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  • Writer: AJ
    AJ
  • Jan 18, 2023
  • 1 min read

कहीं अकेले में मिल कर झिंझोड़ दूँगा उसे जहाँ जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूँगा उसे.

फूंक डालुंगा मैं किसी रोज दिल की दुनिया ये तेरा खत तो नहीं है जो जला ना सकूं.

शहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गए ऐसी गर्मी है कि पीले फूल काले पड़ गए.

तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो.

  • Writer: AJ
    AJ
  • Jan 18, 2023
  • 1 min read

किसने रास्ते मे चांद रखा था, मुझको ठोकर लगी कैसे! वक़्त पे पांव कब रखा हमने, ज़िंदगी मुंह के बल गिरी कैसे! आंख तो भर आयी थी पानी से, तेरी तस्वीर जल गयी कैसे।

Kisane raste me cahnd rakha tha, mujhako thokar lagi kaise! waqt pe panv kab rakha hamane, zindagi muh ke bal geeri kaise! ankh to bhar aayi thi pani se, teri tasveer jal gayi kaise.

  • Writer: AJ
    AJ
  • Jan 18, 2023
  • 1 min read

मैंने दबी आवाज़ में पूछा… मुहब्बत करने लगी हो, नज़रें झुका कर वो बोली… बहुत।

Maine dabi aawaz me puchh… mohabbat karane lagi ho, nazare jhuka kar wo boli… bahut.

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